2021-07-29 11:22
नापासर टाइम्स। अमेरिका में एक बार फिर से कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आनी शुरू हो गई है। वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के एक लाख से ज्यादा नए केस आए हैं। इसके बाद अब वह एक बार फिर से संक्रमण के मामले में दुनिया में पहले नंबर पर पहुंच गया है। जिसके चलते दो महीने बाद अमेरिका फिर से मास्क लगाने की पॉलिसी पर वापस लौट आया है।
अमेरिका में 49.7% फुल वैक्सीनेशन के बावजूद लगातार बढ़ते हुए मामलों के देखते हुए सीडीसी ने वैक्सीनेटेड लोगों को भी मास्क पहनने को कहा है। इधर भारत में केवल 7% लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में मास्क पहनने वालों की तादाद में 74% कमी आई है।
फुली इम्यूनाइज्ड लोगों में भी डेल्टा वैरिएंट का खतरा
अमेरिका के सेंटर फॉर डीजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने स्कूली बच्चों, टीचर्स और स्टाफ को भी मास्क पहनने के लिए कहा है। सीडीसी ने फ्लोरिडा और मिसौरी में फुली इम्यूनाइज्ड लोगों में भी बढ़ रहे डेल्टा वैरिएंट की वजह से ये फैसला लिया है।
अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट के 80% केस, भारत में 91 %
अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट के चलते कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका में कोरोना के मामलों में 80 प्रतिशत केस डेल्टा वैरिएंट वाले ही हैं। जबकि भारत में डेल्टा वेरिएंट के 91% हैं। यह वैरिएंट पहले भारत में देखा गया था लेकिन अब दुनिया के कई देशों में फैल गया है।
वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए भी मास्क जरूरी
सी.डी.सी. के डायरेक्टर डॉ. रोशेल वालेंस्की ने कहा कि वैक्सीन असरदार है लेकिन कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की वजह से आगे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों में सीडीसी वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को भी मास्क पहनने का सुझाव देता है।
अमेरिका और भारत दोनों के दक्षिणी हिस्से में सबसे ज्यादा संक्रमण
सीडीसी के डेटा के मुताबिक, दक्षिणी अमेरिका में सबसे ज्यादा संक्रमण देखा गया है। हालांकि, उत्तरपूर्वी जैसे देश के जिन हिस्सों में सबसे ज्यादा टीकाकरण हुआ है, वहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन की दर सीमित है। अमेरिका में प्रति एक लाख पर 100 से ज्यादा संक्रमण के मामले आने को हाई रिस्क श्रेणी में रखा गया है।
इधर भारत के दक्षिणी हिस्से यानी केरल में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा है। पिछले एक दिन में भारत में पाए गए संक्रमण के कुल मामलों में से 50 फीसद से अधिक यानी 22,129 केस अकेले केरल से हैं। जबकि महाराष्ट्र में पिछले एक दिन में कोरोना के 6 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं।
वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग भी अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं
हालांकि, सीडीसी की ही रिसर्च में दावा किया गया था कि वैक्सीन ले चुके लोग जब संक्रमित होते हैं, तो उनका वायरल लोड वैक्सीन न लेने वालों के बराबर ही होता है। सीडीसी का कहना है कि इस रिसर्च के बाद यह कहा जा सकता है कि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग भी अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।
जहां 8 प्रतिशत से अधिक मामले वहां मास्क पहनना जरूरी
सी.डी.सी. का कहना है कि अमेरिकियों को उन इलाकों में मास्क पहनना फिर से शुरू करना चाहिए जहां पिछले सात दिनों में प्रति 100,000 नागरिकों पर 50 से अधिक नए संक्रमण के मामले यानी 8% से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव हैं।
संक्रमण के मामलों पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी
एजेंसी का कहना है कि हेल्थ वर्कर हर हफ्ते इन आंकड़ों की जांच करें और इसके आधार पर लोकल रिस्ट्रीक्शन में बदलाव करें। एक दिन में फ्लोरिडा में 38321 मामले दर्ज किए गए, जबकि टेक्सास में 8642, कैलिफोर्निया में 7731, लुइसियाना में 6818, जॉर्जिया में 3587, यूटाह में 2882, अलबामा में 2667 और मिसौरी में 2414 मामले दर्ज किए गए।
संक्रमण को कंट्रोल करने का एकमात्र तरीका मास्क
यूनाइटेड फूड एंड कमर्शियल वर्कर्स इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट मार्क पेरोन का कहना है कि वायरस से फैलने वाले संक्रमण को कंट्रोल करने का एकमात्र तरीका मास्क ही है।
राष्ट्रपति बाइडेन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि देश में कोरोना से होने वाली मौतों के मामलों में वैक्सीनेशन की वजह से काफी कमी आई है। लेकिन फिर भी कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि जिन लोगों की कोरोना से मौत हुई या जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है, उनमें से ज्यादातर लोगों ने कोरोना की वैक्सीन नहीं ली थी।
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